भैरव कवच (PDF): संपूर्ण पाठ, हिंदी अर्थ और लाभ Bhairav Kavach Lyrics in Sanskrit & Hindi भैरव कवच / काल भैरव कवच / तांत्रोक्त भैरव कवच / बटुक भैरव कवच भगवान भैरव जी को समर्पित हैं। भैरव कवच / काल भैरव कवच / तांत्रोक्त भैरव कवच / बटुक भैरव कवच को करने से व्यक्ति की शरीर की रक्षा, घर की सुरक्षा, भुत प्रेत से रक्षा, काला जादू से रक्षा, शत्रु नष्ट आदि से रक्षा होती हैं। जो भी जातक Bhairav Kavach को जो नियमित रूप से 11 बार करने से परिणाम आपको स्वयं देखने को मिल जायेगे। भैरव कवच के बारे में बताने जा रहे हैं।
भैरव कवच 2025: जप विधि व मंत्र | Bhairav Kavach for Enemies, Fear & Black Magic
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भैरव कवच (PDF Download) पाठ, हर संकट और बाधा होगी दूर | Bhairav Kavach Lyrics in Hindi, Meaning & Powerful Benefits
भैरव कवच (Lyrics) | Bhairav Kavach PDF Download (Lyrics in Hindi & Sanskrit)
ॐ सहस्त्रारे महाचक्रे कर्पूरधवले गुरुः ।
पातु मां बटुको देवो भैरवः सर्वकर्मसु ॥
पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा ।
आग्नेयां च रुरुः पातु दक्षिणे चण्ड भैरवः ॥
नैॠत्यां क्रोधनः पातु उन्मत्तः पातु पश्चिमे ।
वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः ॥
भीषणो भैरवः पातु उत्तरास्यां तु सर्वदा ।
संहार भैरवः पायादीशान्यां च महेश्वरः ॥
ऊर्ध्वं पातु विधाता च पाताले नन्दको विभुः ।
सद्योजातस्तु मां पायात् सर्वतो देवसेवितः ॥
रामदेवो वनान्ते च वने घोरस्तथावतु ।
जले तत्पुरुषः पातु स्थले ईशान एव च ॥
डाकिनी पुत्रकः पातु पुत्रान् में सर्वतः प्रभुः ।
हाकिनी पुत्रकः पातु दारास्तु लाकिनी सुतः ॥
पातु शाकिनिका पुत्रः सैन्यं वै कालभैरवः ।
मालिनी पुत्रकः पातु पशूनश्वान् गंजास्तथा ॥
महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा ।
वाद्यम् वाद्यप्रियः पातु भैरवो नित्यसम्पदा ॥

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