WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Kuber Ki Aarti in Hindi | श्री कुबेर जी की आरती (Lyrics): पढ़ें संपूर्ण लिरिक्स और महत्व

श्री कुबेर जी की आरती (Lyrics): पढ़ें संपूर्ण लिरिक्स और महत्व Kuber Ki Aarti in Hindi भगवान श्री कुबेर जी की पूजा अर्चना में श्री कुबेर जी की आरती का पाठ किया जाता हैं। श्री कुबेर जी की आरती नियमित करने से जातक हमेशा धनवान रहता है।

Dhanteras Aarti: Kuber Ji Ki Aarti Aur Puja Vidhi | कुबेर की आरती PDF: डाउनलोड, बोल व अर्थ

हमारी वेबसाइट FreeUpay.in (फ्री उपाय.इन) में रोजाना आने वाले व्रत त्यौहार की जानकारी के अलावा मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, साधना, व्रत कथा, ज्योतिष उपाय, लाल किताब उपाय, स्तोत्र आदि महत्वपूर्ण जानकारी उबलब्ध करवाई जाएगी सभी जानकारी का अपडेट पाने के लिए दिए गये हमारे WhatsApp Group Link (व्हात्सप्प ग्रुप लिंक) क्लिक करके Join (ज्वाइन) कर सकते हैं।

हर समस्या का फ्री उपाय (Free Upay) जानने के लिए हमारे WhatsApp Channel (व्हात्सप्प चैनल) से जुड़ें: यहां क्लिक करें (Click Here)

Kuber Ki Aarti
Kuber Ki Aarti

धन की वर्षा करने वाली श्री कुबेर जी की आरती | Kuber Aarti For Endless Wealth & Prosperity

धन की तिजोरी भरने वाली श्री कुबेर चालीसा (PDF)

कुबेर के 108 नाम (PDF): अर्थ, लाभ व जप विधि

श्री कुबेर अष्टोत्तर शतनामावली (108 Names) – अर्थ, लाभ व PDF

धनतेरस 2025 कब है? जानें सही तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

धनतेरस पूजा मुहूर्त 2025: जानें पूजा का सबसे शुभ समय और अवधि

घर में सुख-समृद्धि लाने के लिए रोज करें यह कुबेर आरती (Lyrics) | Kuber Aarti PDF in Hindi (Free Download)

ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे, स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे।

शरण पड़े भगतों के, भण्डार कुबेर भरे।

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े, स्वामी भक्त कुबेर बड़े।

दैत्य दानव मानव से, कई-कई युद्ध लड़े ॥

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

स्वर्ण सिंहासन बैठे, सिर पर छत्र फिरे, 

स्वामी सिर पर छत्र फिरे।

योगिनी मंगल गावैं, सब जय जय कार करैं॥

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

गदा त्रिशूल हाथ में, शस्त्र बहुत धरे,

स्वामी शस्त्र बहुत धरे।

दुख भय संकट मोचन, धनुष टंकार करें॥

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

भांति भांति के व्यंजन बहुत बने, स्वामी व्यंजन बहुत बने।

मोहन भोग लगावैं, साथ में उड़द चने॥

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

बल बुद्धि विद्या दाता, हम तेरी शरण पड़े,

स्वामी हम तेरी शरण पड़े, 

अपने भक्त जनों के, सारे काम संवारे॥

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

मुकुट मणी की शोभा, मोतियन हार गले,

स्वामी मोतियन हार गले।

अगर कपूर की बाती, घी की जोत जले॥

॥ ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे…॥

यक्ष कुबेर जी की आरती, जो कोई नर गावे,

स्वामी जो कोई नर गावे ।

कहत प्रेमपाल स्वामी, मनवांछित फल पावे।

॥ इति श्री कुबेर आरती ॥

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Call Us Now
WhatsApp
We use cookies in order to give you the best possible experience on our website. By continuing to use this site, you agree to our use of cookies.
Accept