Mata Katyayani Ki Aarti : नवरात्रि के छठवें दिन माँ कात्यायनी देवी की आरती करने से प्रसन्न होंगी देवी

Mata Katyayani Ki Aarti : नवरात्रि के छठवें दिन माँ कात्यायनी देवी की आरती करने से प्रसन्न होंगी देवी नवरात्री के छठे दिन आदिशक्ति मां दुर्गा की षष्ठम रूप और असुरों तथा दुष्टों का नाश करने वाली भगवती कात्यायनी की पूजा की जाती है कात्यायनी देवी दुर्गा जी का छठा अवतार हैं।

Mata Katyayani Ki Aarti
Mata Katyayani Ki Aarti

कात्यायनी की आरती

जय अम्बे जय कात्यायनी। जय जग माता जग की महारानी॥

बैजनाथ स्थान तुम्हारा। वहावर दाती नाम पुकारा॥

कई नाम है कई धाम है। यह स्थान भी तो सुखधाम है॥

हर मन्दिर में ज्योत तुम्हारी। कही योगेश्वरी महिमा न्यारी॥

हर जगह उत्सव होते रहते। हर मन्दिर में भगत है कहते॥

कत्यानी रक्षक काया की। ग्रंथि काटे मोह माया की॥

झूठे मोह से छुडाने वाली। अपना नाम जपाने वाली॥

बृहस्पतिवार को पूजा करिए। ध्यान कात्यानी का धरिये॥

हर संकट को दूर करेगी। भंडारे भरपूर करेगी॥

जो भी माँ को भक्त पुकारे। कात्यायनी सब कष्ट निवारे॥

Mata Katyayani Ki Aarti Check

10 साल उपाय के साथ लाल किताब कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: यहां क्लिक करें

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: यहां क्लिक करें

नवरात्रि संबधित जानकारी के लिए हमारे WhatsApp ग्रुप्स से: यहां से जुड़ें

Leave a Comment