Shami Vriksha Prarthana Lyrics in Sanskrit & Hindi (Shami Shamayate Paapam): Full Shloka, Meaning & Benefits शमी शमयते पापं (शमी वृक्ष प्रार्थना (PDF): पढ़ें पूरा श्लोक, हिंदी अर्थ और लाभ स्कंद पुराण के अनुसार यदि जब दशमी नवमी से संयुक्त हो तो अपराजिता देवी का पूजन दशमी तिथि के दिन किया जाता हैं, यंहा हम आपको Shami Vruksha Prarthana के बारे में बताने जा रहे हैं । शमी वृक्ष प्रार्थना का पाठ शमी की पूजा के समय किया जाता हैं।
शमी पूजा स्तोत्र का पाठ करने से व्यक्ति अपने शत्रुओं से विजय पाता हैं। इस शमी वृक्ष प्रार्थना का नित्य पाठ करने से शनि देव की कृपा आपके ऊपर बनी रहती हैं। Free Upay.in द्वारा बताये जा रहे शमी वृक्ष प्रार्थना (Shami Vruksha Prarthana) को करके आप भी विजयदशमी के दिन शमी वृक्ष की पूजा करके अपनी समस्त मनोकामना पूरी करा सकते हैं।
दशहरा शमी पूजा प्रार्थना: यह एक प्रार्थना हर पाप और शत्रु का नाश करेगी, पढ़ें शमी वृक्ष की दिव्य स्तुति | Shami Vriksh Prarthana PDF Download
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Dussehra 2025 Shami Vruksha Prarthana in Hindi – पूजा विधि व लाभ | शमी वृक्ष प्रार्थना | Shami Vruksha Puja, Benefits & Significance
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(दशम्यां सायाह्ने शमीपूजां कृत्वा-तदनन्तरं ध्यायेत्)
शमी शमय ते पापं शमी शत्रु विनाशिनी
अर्जुनस्य धनुर्धारी रामस्य प्रियदर्शिनि ॥ १ ॥
शमीं कमलपत्राक्षीं शमीं कण्टकधारिणीं
आरोहतु शमीं लक्ष्मीं नृणामायुष्यवर्धनीम् ॥ २ ॥
नमो विश्वासवृक्षाय पार्थशस्त्रास्त्रधारिणे
त्वत्तः पत्रं प्रतीक्ष्यामि सदा मे विजयी भव ॥ ३ ॥
धर्मात्मा सत्यसन्धश्च रामो दाशरथिर्यदि
पौरुषे चाऽप्रतिद्वन्द्वश्चरैनं जहिरावणिम् ॥ ४ ॥
अमङ्गलानां प्रशमीं दुष्कृतस्य च नाशिनीं
दुस्स्वप्नहारिणीं धन्यां प्रपद्येऽहं शमीं शुभाम् ॥ ५ ॥

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