Shri Hanuman Ji Ko Chola Chadane Ki Vidhi : हनुमान जी को चोला कैसे चढ़ाने जानें पूरी विधि यह तो आप सब जानते है की भगवान श्री हनुमान जी भगवान शिव के ग्यारहवें रूद्र अवतार हैं। हमारे हिन्दू धर्म में सिंदूर का महत्व बताया गया हैं। ऐसे ही हमारे हिन्दू धर्म में हनुमान जी को चोला चढ़ाने की भी मान्यता हैं। साधक श्री हनुमान जी को ख़ास कर सिंदूर का चोला चढ़ाने से श्री राम जी की भी कृपा प्राप्त होती हैं यह आपको रामायण में वर्णित मिल जायेगा।
श्री हनुमान जी को चोला चढ़ाने के फ़ायदे
Shri Hanuman Ji Ko Chola Chadane Ki Vidhi : श्री हनुमान जी को चोला चढाने से साधक को श्री हनुमान जी कृपा प्राप्त होती हैं। ऐसा करने से श्री हनुमान जी प्रसन्न होते हैं।हनुमान जी को चोला चढ़ाने से जातक के उपाय चल रही शनि की साढ़े साती, ढैया, दशा या अंतरदशा या राहू या केतु की दशा या अंतरदशा में हो रहे कष्ट समाप्त हो जाते हैं। हनुमान जी को चोला चढ़ाने से साधक के संकट और रोग दूर हो जाते हैं। जातक की दीर्घायु होती है।
श्री हनुमान जी को चोला चढ़ाने की सामग्री
हनुमान जी को चोला चढ़ाने के लिए श्री हनुमान जी वाला सिंदूर, गाय का घी या चमेली का तेल, शुद्ध गंगाजल मिश्रित जल, चांदी या सोने का वर्क या माली पन्ना (चमकीला कागज), धुप व दीप, श्री हनुमान चालीसा।
हनुमान जी को चोला चढ़ाने की विधि
- श्री हनुमान जी को चोला चढ़ाने से पहले साफ़ गंगाजल से मिश्रित जल से स्नान करना चाहिए।
- श्री हनुमान जी को चोला मंगलवार, शनिवार या विशेष पर्व जैसे की श्री हनुमान जंयती, रामनवमी, दीपवाली, व होली के दिन चढ़ा सकते है। इसके अलावा अन्य दिन चढ़ाना निषेध माना गया हैं।
- श्री हनुमान जी के लिए लगाने वाला सिंदूर सवा के हिसाब से लगाना चाहिए। जैसे की सवा पाव, सवा किलो आदि।
- Shri Hanuman Ji Ko Chola Chadane समय साधक को पवित्र यानी साफ़ लाल या पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।
- श्री हनुमान जी चोला चढ़ाते समय सिंदूर में गाय का घी या चमेली का तेल ही मिलाना चाहिए।
- श्री हनुमान जी को चोला चढ़ाने से पहले पुराने छोले को उतारा जरुर चाहिए और उसके बाद उस चोले को बहते हुए जल में बहा देना चाहिए।
- श्री हनुमान जी की प्रतिमा पर चोला का लेपन अच्छी तरह मलकर, रगड़कर चढ़ाना चाहिए उसके बाद चांदी या सोने का वर्क चढ़ाना चाहिए।
- Shri Hanuman Ji Ko Chola Chadane समय दिए गये मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
श्री हनुमान जी को चोला चढ़ाने का मन्त्र
सिन्दूरं रक्तवर्णं च सिन्दूरतिलकप्रिये। भक्तयां दत्तं मया देव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम।।
- श्री हनुमान जी को स्त्री द्वारा चोला नही चढ़ाना चाहिए और ना ही चोला चढ़ाते समय स्त्री मंदिर में होनी चाहिए।
- Shri Hanuman Ji Ko Chola Chadane समय साधक की श्वास प्रतिमा पर नही लगनी चाहिए।
- श्री हनुमान जी को चोला सृष्टि क्रम (पैरों से मस्तक तक चढ़ाने में देवता सौम्य रहते हैं) में चढ़ाना चाहिए ! संहार क्रम (मस्तक से पैरों तक चढ़ाने में देवता उग्र हो जाते हैं)। यदि आपको कोई मनोकामना पूरी करनी है तो पहले उग्र क्रम से चढ़ाये मनोकामना पूरी होने के बाद सोम्य क्रम में चढ़ाये।
- Shri Hanuman Ji Ko Chola Chadane के बाद श्री हनुमान जी सामने घी या चमेली के तेल का दीपक जलाकर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
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