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Rashi Anusar Shani Jayanti Ke Upay : शनि जयंती के दिन अपनी राशि अनुसार करें ये उपाय, बदल सकती है आपकी जिन्दगी

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Rashi Anusar Shani Jayanti Ke Upay
Rashi Anusar Shani Jayanti Ke Upay

Rashi Anusar Shani Jayanti Ke Upay : शनि जयंती के दिन अपनी राशि अनुसार करें ये उपाय, बदल सकती है आपकी जिन्दगी यह तो आप सब जानते हो की हमारे हिन्दू धर्म के ग्रंथों के अनुसार शनिदेव को ग्रहों में न्यायाधीश का पद प्राप्त है। इन्हें न्याय के देवता कहा जाता हैं। जातक के अच्छे और बुरे कर्मों का फ़ल शनिदेव ही देते हैं ! जिस भी व्यक्ति पर शनिदेव की टेड़ी नजर पड़ जाए, वह थोड़े ही समय में राजा से रंक बन जाता है और जिस पर शनिदेव प्रसन्न हो जाएं वह मालामाल भी हो जाता है। ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को सूर्यास्त के समय शिंगणापुर नगर में शनिदेव की उत्पत्ति हुई थी।

Rashi Anusar Shani Jayanti Ke Upay राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

मेष राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप मेष राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन एक काले कपडे में 400 ग्राम साबुत उडद, 7 लोहे की कील और 4 कोयले के टूकडे रखकर दान करे। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती पर सवा पांच रत्ती का नीलम या उपरत्न (नीली) सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में अभिमंत्रित करवा कर धारण करें।

— शनि यंत्र के साथ नीलम या फिरोजा रत्न गले में लॉकेट की आकृति में पहन सकते हैं।

— किसी भी विद्वान ब्राह्मण से या स्वयं शनि के मंत्रों के 23000 जाप करें या करवाएं। ये है शनि का मंत्र : “ऊं प्रां प्रीं सरू श्नैश्चराय नम:”।

— शनि जयंती को व्रत रखें। चींटियों को आटा डालें।

— जूते, काले कपड़े, मोटा अनाज व लोहे के बर्तन दान करें।

वृषभ राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप वृषभ राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन शनि स्त्रोत का पाठ करके पीपल के नीचे तेल का दीपक जलायें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— काले घोड़े की नाल या समुद्री नाव की कील से लोहे की अंगूठी बनवाएं। उसे तिल के तेल में रखें तथा उस पर शनि मंत्र का 23000 जाप करें। शनि जयंती पर इसे धारण करें। यह अंगूठी मध्यमा (शनि की उंगली) में ही पहनें।

— किसी भी विद्वान ब्राह्मण से या स्वयं शनि के मंत्रों के 23000 जाप करें या करवाएं। मंत्र- “ऊं ऐं ह्लीं श्रीशनैश्चराय नम:”।

— शनिदेव का अभिषेक सरसो के तेल से करें व 108 दीपकों से शनिदेव की आरती करें।

मिथुन राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप मिथुन राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलायें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए 7 प्रकार के अनाज व दालों को मिश्रित करके पक्षियों को चुगाएं।

— बैंगनी रंग का सुगंधित रूमाल अपने पास रखें।

— शनिदेव के सामने खड़े रहकर दर्शन न करें, एक ओर खड़े रहकर दर्शन करें, ताकि शनिदेव की दृष्टि सीधे आप पर न पड़े।

— शनि जयंती पर सवा पांच रत्ती का नीलम या उपरत्न (नीली) सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में अभिमंत्रित करवा कर मध्यमा उंगली में पहनें।

कर्क राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप कर्क राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन व्रत करे और शनि के मन्दिर में सरसों के तेल का दीपक जलायें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती पर तथा प्रत्येक शनिवार को सुबह स्नान आदि करने के बाद बड़ (बरगद) और पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगाएं और दूध एवं धूप आदि अर्पित करें।

— काले धागे में बिच्छू घास की जड़ को अभिमंत्रित करवा कर शनि जयंती या किसी शनिवार को शुभ मुहूर्त में धारण करने से भी शनि संबंधी सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

— शनि जयंती पर इन 10 नामों से शनिदेव का पूजन करें- इस दिन व्रत करे और शनि के मन्दिर में सरसों के तेल का दीपक जलायें. कोणस्थ पिंगलो बभः कृष्णो रौद्रोन्तको यमः। सौरिः शनैश्चरो मंदः पिप्पलादेन संस्तुतः।। अर्थातः 1- कोणस्थ, 2- पिंगल, 3- बभ्रु, 4- कृष्ण, 5- रौद्रान्तक, 6- यम, 7, सौरि, 8- शनैश्चर, 9- मंद व 10- पिप्पलाद। इन दस नामों से शनिदेव का स्मरण करने से सभी शनि दोष दूर हो जाते हैं।

सिंह राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप सिंह राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन पारद शिवलिंग के सामने महामृ्त्युंजय मंत्र का 108 बार जप करे। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— काली गाय की सेवा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। उसके शीश पर रोली लगाकर सींगों में कलावा बांधकर धूप-आरती करनी चाहिए। फिर परिक्रमा करके गाय को बूंदी के चार लड्डू खिला दें।

— शनि जयंती पर तथा हर शनिवार को उपवास रखें। सूर्यास्त के बाद हनुमानजी का पूजन करें। पूजन में सिंदूर, काली तिल्ली का तेल, इस तेल का दीपक एवं नीले रंग के फूल का प्रयोग करें।

— सवा पांच रत्ती का नीलम या उपरत्न (नीली) सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में अभिमंत्रित करवा कर धारण करें।

— शनि जयंती पर जूते, काले कपड़े, मोटा अनाज व लोहे के बर्तन दान करें।

कन्या राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप कन्या राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन सूखे नारियल को साफ़ जल में प्रवाह करें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती व शनिवार को बंदरों व काले कुत्तों को लड्डू खिलाने से भी शनि का कुप्रभाव कम हो जाता है अथवा काले घोड़े की नाल या नाव में लगी कील से बना छल्ला धारण करें।

— शनि जयंती के एक दिन पहले काले चने पानी में भिगो दे। शनि जयंती के दिन ये चने, कच्चा कोयला, हल्की लोहे की पत्ती एक काले कपड़े में बांधकर मछलियों के तालाब में डाल दें। यह टोटका पूरा एक साल करें। इस दौरान भूल से भी मछली का सेवन न करें।

— किसी भी विद्वान ब्राह्मण से या स्वयं शनि के मंत्रों के 23000 जाप करें या करवाएं। ये है शनि का मंत्र-“ऊं प्रां प्रीं सः श्नैश्चराय नमः”।

— शनि जयंती व प्रत्येक शनिवार को व्रत रखें। चींटियों को आटा डालें।

तुला राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप तुला राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन एक काले कपडे में 400 ग्राम साबुत उडद रखकर किसी भिखारी को दान करें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती के एक दिन पहले सवा-सवा किलो काले चने अलग-अलग तीन बर्तनों में भिगो दें। अगले दिन नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर शनिदेव का पूजन करें और चनों को सरसों के तेल में छौंक कर इनका भोग शनिदेव को लगाएं और अपनी समस्याओं के निवारण के लिए प्रार्थना करें। इसके बाद पहला सवा किलो चना भैंसे को खिला दें। दूसरा सवा किलो चना कुष्ट रोगियों में बांट दें और तीसरा सवा किलो चना अपने ऊपर से उतारकर किसी सुनसान स्थान पर रख आएं। इस टोटके को करने से शनिदेव के प्रकोप में कमी आ सकती है।

— सवा किलो काला कोयला, एक लोहे की कील एक काले कपड़े में बांधकर अपने सिर पर से घुमाकर जल में प्रवाहित कर दें।

— शनि जयंती के दिन सुबह किसी नदी में स्नान करने के बाद समीप स्थित किसी शनि मंदिर में जाकर शनि देव की आरती करें। इसके बाद जरूरतमंदों का दान करें।

वृश्चिक राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप वृश्चिक राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन सूखे नारियल अपने सिर से 7 बार उतार कर साफ़ जल में प्रवाह करें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती पर शनि यंत्र की स्थापना व पूजन करें। इसके बाद प्रतिदिन इस यंत्र की विधि-विधान पूर्वक पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। प्रतिदिन यंत्र के सामने सरसों के तेल का दीप जलाएं। नीला या काला पुष्प चढ़ाएं। ऐसा करने से लाभ होगा।

— शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर कुश के आसन पर बैठ जाएं। सामने शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें व उसकी पंचोपचार से विधिवत पूजन करें। इसके बाद रुद्राक्ष की माला से नीचे लिखे किसी एक मंत्र की कम से कम पांच माला जाप करें तथा शनिदेव से सुख-संपत्ति के लिए प्रार्थना करें। यदि प्रत्येक शनिवार को इस मंत्र का इसी विधि से जाप करेंगे तो शीघ्र लाभ होगा। वैदिक मंत्र- “ऊँ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शन्योरभिस्त्रवन्तु नः”

— किसी जरुरतमंद को काले कंबल व काले जूते का दान करें। छतरी का दान करें। 

धनु राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप धनु राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन व्रत करे और पारद शिवलिंग के सामने महामृ्त्युंजय मंत्र का 108 बार जप करे। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती पर किसी श्री हनुमान मंदिर में जाकर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें और शनि दोष की शांति के लिए श्री हनुमान जी से प्रार्थना करें। बूंदी के लड्डू का भोग भी लगाएं।

— शनि जयंती पर 11 साबूत नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित करें और शनिदेव से जीवन को सुखमय बनाने के लिए प्रार्थना करें।

— शनि जयंती पर तथा प्रत्येक शनिवार को सुबह स्नान आदि करने के बाद सरसों के तेल का दीपक लगाएं और दूध एवं धूप आदि अर्पित करें।

— सवा पांच रत्ती का नीलम या उपरत्न (नीली) सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में अभिमंत्रित करवा कर धारण करें।

मकर राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप मकर राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन तांबे के कलश में जल भरकर पीपल को जल प्रदान कर पीपल के नीचे तेल का दीपक जलायें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शमी वृक्ष की जड़ को विधि-विधान पूर्वक घर लेकर आएं। शनि जयंती के दिन किसी योग्य विद्वान से अभिमंत्रित करवा कर काले धागे में बांधकर गले या बाजू में धारण करें। शनिदेव प्रसन्न होंगे तथा शनि के कारण जितनी भी समस्याएं हैं, उनका निदान होगा।

— काले धागे में बिच्छू घास की जड़ को अभिमंत्रित करवा कर श्रवण नक्षत्र में या शनि जयंती के शुभ मुहूर्त में धारण करने से भी शनि संबंधी सभी कार्यों में सफलता मिलती है।

— शनिवार को इन 10 नामों से शनिदेव का पूजन करें- कोणस्थ पिंगलो बभः कृष्णो रौद्रोन्तको यमः। सौरिरू शनैश्चरो मंदरू पिप्पलादेन संस्तुतरू।। अर्थातरू 1- कोणस्थ, 2- पिंगल, 3- बभ्रु, 4- कृष्ण, 5- रौद्रान्तक, 6- यम, 7, सौरि, 8- शनैश्चर, 9- मंद व 10- पिप्पलाद। इन दस नामों से शनिदेव का स्मरण करने से सभी शनि दोष दूर हो जाते हैं।

कुंभ राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप कुम्भ राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन एक काले कपडे में 400 ग्राम साबुत उडद, 7 लोहे की कील और 4 कोयले के टूकडे रखकर दान करे। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती के दिन बंदरों और काले कुत्तों को लड्डू खिलाने से भी शनि का कुप्रभाव कम हो जाता है। काले घोड़े की नाल या नाव में लगी कील से बना छल्ला धारण करें।

— शनि यंत्र के साथ नीलम या फिरोजा रत्न गले में लॉकेट की आकृति में पहन सकते हैं, यह उपाय भी उत्तम है।

— गहरे नीले रंग का सुगंधित रूमाल अपने पास रखें।

— शनिदेव के सामने खड़े रहकर दर्शन न करें, एक ओर खड़े रहकर दर्शन करें, ताकि शनिदेव की दृष्टि सीधे आप पर नहीं पड़े।

— शनि जयंती के दिन श्री हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। चोले में सरसों या चमेली के तेल का उपयोग करें और इन तेलों से ही दीपक भी जलाएं।

मीन राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय

यदि आप मीन राशि के जातक हो तो हमारे द्वारा बताये जा रहे राशि अनुसार शनि जयंती के उपाय अनुसार शनि जयंती वाले दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलायें। इसके साथ निम्न उपाय करें :

— शनि जयंती के दिन चोकर युक्त आटे की दो रोटी लेकर एक पर तेल और दूसरी पर घी चुपड़ दें। घी वाली रोटी पर थोड़ा मिष्ठान रखकर काली गाय को खिला दें तथा दूसरी रोटी काले कुत्ते को खिला दें और शनिदेव का स्मरण करें।

— एक कांसे की कटोरी में तिल का तेल भर कर उसमें अपना मुख देख कर और काले कपड़े में काली उड़द, सवा किलो अनाज, दो लड्डू, फल, काला कोयला और लोहे की कील रख कर डाकोत (शनि का दान लेने वाला) को दान कर दें।

— शनि जयंती के दिन किसी हनुमान मंदिर में जाकर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें और शनि दोष की शांति के लिए हनुमानजी से प्रार्थना करें। बूंदी के लड्डू का भोग भी लगाएं।

— शनि जयंती के दिन किसी भी विद्वान ब्राह्मण से या स्वयं शनि के मंत्रों के 23000 जाप करें या करवाएं। ये है शनि का मंत्र-“ऊं प्रां प्रीं सः श्नैश्चराय नमः”

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