WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

गणपति नामाष्टकं स्तोत्र | Ganapati Naam Ashtakam Stotram Lyrics, Meaning & PDF

गणपति नामाष्टकं स्तोत्र | Ganapati Naam Ashtakam Stotram Lyrics, Meaning & PDF श्री गणपती नामाष्टक स्तोत्र भगवान श्री गणेश जी का अत्यंत प्रभावशाली स्त्रोत है। केवल इसके पढ़ने व स्मरण मात्र से सभी संकटों का नाश हो जाता है। जो भी जातक Sri Ganapati Naam Ashtakam Stotram का प्रतिदिन पाठ करता है उसे सभी परेशानी से मुक्ति मिलती है। और उस जातक की सारी चिन्ताएं समाप्त हो जाती है। जो भी जातक श्री गणपती नामाष्टक स्तोत्र का नियम रूप से रोजाना पाठ करता है।

उस जातक की समस्त मनोकामनाए पूर्ण हो जाती है। उस जातक के सब काम किसी भी रुकावट के साथ पूर्ण होते है। Sri Ganapati Naam Ashtakam Stotram का जो भी जातक प्रतिदिन पाठ करता है उसके समस्त प्रकार के संकटो का नाश हो जाता है और श्री गणेश जी कि कृपा एवं सुख समृद्धि कि प्राप्ति होती है। Sri Ganapati Naam Ashtakam Stotram आदि के बारे में बताने जा रहे हैं।

हर संकट दूर करने वाला गणपति नामाष्टकं स्तोत्र | Ganapati Naam Ashtakam Stotram PDF Download in Sanskrit & Hindi

हमारी वेबसाइट FreeUpay.in (फ्री उपाय.इन) में रोजाना आने वाले व्रत त्यौहार की जानकारी के अलावा मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, साधना, व्रत कथा, ज्योतिष उपाय, लाल किताब उपाय, स्तोत्र आदि महत्वपूर्ण जानकारी उबलब्ध करवाई जाएगी सभी जानकारी का अपडेट पाने के लिए दिए गये हमारे WhatsApp Group Link (व्हात्सप्प ग्रुप लिंक) क्लिक करके Join (ज्वाइन) कर सकते हैं।

हर समस्या का फ्री उपाय (Free Upay) जानने के लिए हमारे WhatsApp Channel (व्हात्सप्प चैनल) से जुड़ें: यहां क्लिक करें (Click Here)

Ganapati Naam Ashtakam Stotram
Ganapati Naam Ashtakam Stotram

विष्णुरुवाच

गणेशमेकदन्तं च हेरम्बं विघ्ननायकम् I

लम्बोदरं शूर्पकर्णं गजवक्त्रं गुहाग्रजम् I

नामाष्टार्थ च पुत्रस्य श्रुणु मातर्हरप्रिये I

स्तोत्राणां सारभूतं च सर्वविघ्नहरं परम् II १ II

ज्ञानार्थवाचको गश्च णश्च निर्वाणवाचकः I

तयोरीशं परं ब्रह्म गणेशं प्रणमाम्यहम् I

एकशब्दः प्रधानार्थो दन्तश्च बलवाचकः I

बलं प्रधानं सर्वस्मादेकदन्तं नमाम्यहम् II २ II

दिनार्थवाचको हेश्च रम्बः पालकवाचकः I

परिपालकं दिनानां हेरम्बं प्रणमाम्यहम् I

विपत्तिवाचको विघ्नो नायकः खण्डनार्थकः I

विपत्खण्डनकारकं नमामि विघ्ननायकम् II ३ II

विष्णुदत्तैश्च नैवेद्यैर्यस्य लम्बोदरं पुरा I

पित्रा दतैश्च विविधैर्वन्दे लम्बोदरं च तम् I

शूर्पाकारौ च यत्कर्णौ विघ्नवारणकारणौ I

सम्पद्दौ ज्ञानरुपौ च शूर्पकर्णं नमाम्यहम् II ४ II

विष्णुप्रसादपुष्पं च यन्मूर्ध्नि मुनिदत्तकम् I

तद् गजेन्द्रवक्त्रयुतं गजवक्त्रं नमाम्यहम् I

गुहस्याग्रे च जातोSयमाविर्भूतो हरालये I

वन्दे गुहाग्रजं देवं सर्वदेवाग्रपूजितम् II ५ II

एतन्नामाष्टकं दुर्गे नामभिः संयुतं परम् I

पुत्रस्य पश्य वेदे च तदा कोपं तथा कुरु I

एतन्नामाष्टकं स्तोत्रं नानार्थसंयुतं शुभम् I

त्रिसंध्यं यः पठेन्नित्यं स सुखी सर्वतो जयी II ६ II

ततो विघ्नाः पलायन्ते वैनतेयाद् यथोरगाः I

गणेश्वरप्रसादेन महाज्ञानी भवेद् ध्रुवम् I

पुत्रार्थी लभते पुत्रं भार्यार्थी विपुलां स्त्रियम् I

महाजडः कवीन्द्रश्च विद्दावांश्च भवेद् ध्रुवम् II ७ II

II इति श्रीब्रह्मवैवर्ते गणपतीखण्डे श्रीविष्णुर्प्रोक्तं गणपति नामाष्टकं संपूर्णं II

श्री गणेश सहस्रनामावली | Ganesha Sahasranamavali Lyrics, PDF & Meaning

श्री गणेश भुजंग स्तोत्र | Ganesha Bhujanga Stotram Lyrics, PDF & Meaning

संकटहरण गणेश अष्टकम् | Sankat Haran Ganesh Ashtakam Lyrics, PDF & Meaning

श्री गणेश अवतार स्तोत्रम् | Ganesha Avatara Stotram Lyrics, PDF & Meaning

श्री गणेश महिम्नः स्तोत्र | Ganesh Mahimna Stotram Lyrics, PDF & Meaning

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Call Us Now
WhatsApp
We use cookies in order to give you the best possible experience on our website. By continuing to use this site, you agree to our use of cookies.
Accept