Krishna Ke Chamatkari Mantra – सभी कष्ट दूर करने के लिए करें श्री कृष्ण के शक्तिशाली मंत्र का जाप मिलेगी मनचाही सफलता यंहा हम आपको भगवान श्री कृष्ण जी के मन्त्रों के बारे में बताने जा रहे हैं हमारे द्वारा बताये जा रहे हैं भगवान श्री कृष्ण जी के मंत्रो का नियमित जाप करने से भगवान श्री कृष्ण जी का आपके ऊपर आशीर्वाद और कृपा बनी रहती हैं। यंहा हम Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
Krishna Ke Chamatkari Mantra – सभी कष्ट दूर करने के लिए
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लड़की की शादी के लिए श्री कृष्ण मंत्र
कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि।
नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरू ते नम:।।
जिन भी कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा हो या विवाह में विलंब अथवा देरी हो रही हो तो कन्याओं का विवाह के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का प्रतिदिन एक माला का जाप करने से हो रही समस्या दूर हो जाएगी।
श्री कृष्ण को गुरु बनाए और मानने के लिए गुरुमंत्र
वसुदेव सुतं देवं कंस चाणूर्मर्दनम्।
देवकी परमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्।।
जिन भी जातको ने अब तक कोई गुरु नही बनाया हैं और वह भगवान श्री कृष्ण जी को अपना गुरु बनाना चाहते है तो ऊपर दिए गये श्री कृष्ण गुरु मंत्र का गुरुभक्ति भावना से जन्माष्टमी के शुभ समय से रोजाना जाप करना चाहिए।
कार्य बाधा और संकट निवारण के लिए श्री कृष्ण मंत्र
यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।
जिस भी जातक के जीवन में हर समय कोई ना कोई संकट आता रहता हो या कार्य में बाधा आती हो तो दिए गये श्रीमद भगवत गीता के कार्य बाधा और संकट निवारण के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra को पढ़ने से आराम मिलता हैं।
धन सम्पत्ति निवारण के लिए श्री कृष्ण मंत्र
यत्र योगेश्वर: श्रीकृष्ण: यत्र पार्थो धनुर्धर:।
तत्र श्रीर्विजयो भूतिध्रुवा नीतिर्मतिर्मम।।
जिस भी जातक के जीवन में धन सम्पत्ति के कारण परेशानी आ रही हो तो दिया गया धन सम्पत्ति निवारण के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra को नियमित जाप करना चाहिए।
व्यापार वृद्धि के लिए श्री कृष्ण मंत्र
ॐ हुं ऐं नम: कृष्णाय
जिस भी जातक के जीवन में व्यापार में सफलता नही मिल रही हो तो और आप अपने व्यापार वृद्धि करना चाहते हो तो दिया गया व्यापार वृद्धि के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का नियमित जाप करने से व्यापार में लाभ मिलता हैं।
संतान प्राप्ति के लिए श्री कृष्ण मंत्र
ॐ क्लीं क्लीं क्लीं कृष्णाय नम:
जिन भी दम्पति जातकों को संतान सम्बधित परेशानी आ रही हो तो उन दम्पति को अपने घर में प्राण प्रतिष्ठ बालस्वरूप लड्डूगोपाल जी की प्रतिमा स्थापित करने बताया जा रहा संतान प्राप्ति के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का नियमित जाप करने से आपको संतान सुख की प्राप्ति होती हैं।
संतान सुख के लिए श्री कृष्ण मंत्र
सर्वधर्मान् परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज ।
अहं त्वा सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच ।।
देवकीसुतं गोविन्दम् वासुदेव जगत्पते।
देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
जिन भी दम्पति जातकों को संतान सम्बधित परेशानी आ रही हो तो दिया गया संतान सुख के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का पति-पत्नी दोनों को तुलसी की शुद्ध माला से नियमित जाप करे या आप किसी आचार्य जी के सवा लाख जाप करवाए ऐसा करने से आपको संतान सुख की प्राप्ति होती हैं।
प्रेम विवाह के लिए श्री कृष्ण मंत्र
ॐ हुं ह्रीं सः कृष्णाय नम: ।
जो भी जातक के प्रेम विवाह करना चाहते है और उनके प्रेम विवाह में समस्या आ रही हो तो दिया गया प्रेम विवाह के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का नियमित जाप करने से आ रही समस्या दूर हो जाएगी।
लव मैरिज के लिए श्री कृष्ण मंत्र
क्लीं कृष्णाय गोविंदाय गोपीजनवल्लभाय स्वाहा ।
जिन लड़कों का विवाह नहीं हो रहा हो या प्रेम विवाह में समस्या आ रही हो तो बताये जा रहे लव मैरिज के लिए Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का नियमित रूप से जाप करने से जातकों को लाभ मिलता हैं।
विपत्ति नाश श्री कृष्ण मंत्र
“हे कृष्ण द्वारकावासिन् क्वासि यादवनन्दन ।
आपद्भिः परिभूतां मां त्रायस्वाशु जनार्दन ॥१॥”
विपत्ति नाश श्री कृष्ण मंत्र विधि
इस Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का न्यूनतम 108 बार स्वयं जप करें। कुछ दिवस जपने के पश्चात् स्वप्न में आदेश सम्भव है। अनुष्ठान हेतु 51000 जप व दशांश 5100 जप अथवा आहुतियां आवश्यक हैं।
श्री कृष्ण संकट मुक्ति मंत्र
“हा कृष्ण द्वारकावासिन् क्वासि यादवनन्दन ।
आपद्भिः परिभूतां मां त्रायस्वाशु जनार्दन ॥
हा कृष्ण द्वारकावासिन् क्वासि यादवनन्दन ।
कौरवैः परिभूतां मां किं न त्रायसि केशवः ॥२॥”
श्री कृष्ण संकट मुक्ति मंत्र विधि
उपर्युक्त दोनों मन्त्रों का 32000 जप करने से, अत्यत दीर्घ संकट नष्ट हो जाते हैं।
श्री कृष्ण कार्य सिद्धि मंत्र
“ॐ कार्पण्यदोषोपहतस्वभावः पृच्छामि त्वां धर्मसम्मूढचेताः ।
यच्छ्रेयः स्यान्निश्चितं ब्रूहि तन्मे शिष्यस्तेऽहं शाधि मां त्वां प्रपन्नम् ॥३॥
श्री कृष्ण कार्य सिद्धि मंत्र विधि
प्रतिदिन विधिवत भगवान श्री कृष्ण अथवा भगवान विष्णु जी का पूजन करके, उपर्युक्त Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का 12 दिनों में 25000 जप करने से, स्वप्न के द्वारा कार्यसिद्धि का ज्ञान होता है।
श्री कृष्ण सर्व अनिष्ट मंत्र
“ॐ नमो भगवते तस्मै कृष्णायाकुण्ठमेधसे ।
सर्वव्याधिविनाशाय प्रभो माममृतं कृधि ॥४॥”
श्री कृष्ण सर्व अनिष्ट मंत्र विधि
इस मन्त्र का प्रतिदिन प्रातःकाल उठते ही बिना किसी से कुछ बोले, 3 बार जप करने से सर्व अनिष्ट का नाश होता है। इसका अनुष्ठान 51000 मन्त्र जप तथा 5100 दशांश हवन से सम्पन्न हो जाता है।
“ॐ रां श्रीं ऐं नमो भगवते वासुदेवाय ममानिष्टं नाशय नाशय ।
मां सर्वसुखभाजनं सम्पादय सम्पादय हूं हूं श्रीं ऐं फट् स्वाहा ॥५॥
इस Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का प्रतिदिन १०८ बार जप करना चाहिये।
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श्री कृष्ण संकट मुक्ति मंत्र
“कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने ।
प्रणतः क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नमः ॥६॥
श्री कृष्ण संकट मुक्ति मंत्र विधि
संकटासन्न द्रोपदी की अवस्था का ध्यान करें तथा ७ बार उक्त Shri Krishna Ke Chamatkari Mantra का जाप करें अथवा प्रतिदिन 108 बार जप करना चाहिये।
श्री कृष्ण मनोकामना पूर्ति मंत्र
“ॐ ऐं ह्रीं श्रीं नमो भगवते राधाप्रियाय राधा-रमणाय गोपीजनवल्लभाय ममाभीष्टं पूरय पूरय हुं फट् स्वाहा ।”
श्री कृष्ण मनोकामना पूर्ति मंत्र विधि
इस मन्त्र को कदम्बकाष्ट की छोटी पीठिका (चौकी) पर अष्टगन्ध अथवा कपूर व केशर से, अनार की कलम से लिखकर षोडशोपचार से पूजन करें। प्रतिदिन 1800 से कम जप नहीं होना चाहिये। कुल जप संख्या सवा लक्ष्य (125000) है। तदुपरान्त 12500 दशांश होम हेतु जप करना चाहिये।

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