Rishi Panchami Puja Vidhi 2025: Step-by-Step ऋषि पंचमी 2025: जानें संपूर्ण पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और सामग्री लिस्ट ब्रह्म पुराण के अनुसार भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को सप्त ऋषि पूजन व्रत करने का विधान है। इस दिन चारों वर्ण की स्त्रियों को ऋषि पंचमी व्रत का उपवास रखना चाहिए। ऋषि पंचमी व्रत का उपवास करने से जाने-अनजाने में हुए पापों से स्त्री तथा पुरुषों दोनों को मुक्ति मिलती है। इस दिन हो गये तो गंगा स्नान करना चाहिए।
ऋषि पंचमी को भाई पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन ही माहेश्वरी समाज में राखी बांधने का नियम है। और आज के दिन ही बहन अपने भाई की दीर्घायु के लिए व्रत रखती है और पूजा करने के बाद ही खाना खाती है। हमारे द्वारा बताये जा रहे ऋषि पंचमी व्रत पूजा विधि को पढ़कर आप भी बहुत आसन तरीके से ऋषि पंचमी की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकोगें।
Rishi Panchami Puja Samagri & Vidhi: ऋषि पंचमी पूजा घर पर कैसे करें: जानें आसान विधि, मंत्र और सप्तर्षि पूजन
हमारी वेबसाइट FreeUpay.in (फ्री उपाय.इन) में रोजाना आने वाले व्रत त्यौहार की जानकारी के अलावा मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, साधना, व्रत कथा, ज्योतिष उपाय, लाल किताब उपाय, स्तोत्र आदि महत्वपूर्ण जानकारी उबलब्ध करवाई जाएगी सभी जानकारी का अपडेट पाने के लिए दिए गये हमारे WhatsApp Group Link (व्हात्सप्प ग्रुप लिंक) क्लिक करके Join (ज्वाइन) कर सकते हैं।
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Rishi Panchami Vrat Puja 2025 Kab Hai: ऋषि पंचमी व्रत कब हैं 2025
इस साल 2025 में Rishi Panchami Vrat Puja का पर्व 28 अगस्त, वार गुरुवार के दिन मनाया जायेगा।
Rishi Panchami Puja Muhurat: ऋषि पंचमी व्रत पूजा शुभ मुहूर्त
सूर्योदय से सुबह 07:43 बजे तक।
सुबह 10:54 से संध्या 03:38 बजे तक।
संध्या 05:14 से संध्या 06:48 बजे तक।
Rishi Panchami Vrat Vidhi 2025: Step-by-Step जानें ऋषि पंचमी की सबसे सरल पूजा विधि और नियम
Rishi Panchami Vrat Puja वाले दिन जल्दी उठकर नित्य कर्म (हो सके तो गंगा स्नान करें) से निवृत होकर साफ़ कपडे पहकर अपने घर में पूजा स्थल पर चोकी रखकर सप्त ऋषियों की स्थापना करें। उसके बाद गंध, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से सप्तर्षियों की पूजा अर्चना करनी चाहिए। फूल माला व फूल अर्पित करें। यग्योपवीत (जनेऊ) पहनाये। सफ़ेद वस्त्र अर्पित करें। फल, मिठाई आदि का भोग लगाएं। धूप दीप आदि जलाएं। नीचे दिए गये मंत्र का जाप करते हुए अर्घ्य दें:
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Rishi Panchami Vrat Puja Mantra: ऋषि पंचमी व्रत पूजा मंत्र
कश्यपोऽत्रिर्भरद्वाजो विश्वामित्रोऽथ गौतमः।
जमदग्निर्वसिष्ठश्च सप्तैते ऋषयः स्मृताः॥
दहन्तु पापं मे सर्वं गृह्नणन्त्वर्घ्यं नमो नमः॥
अर्घ्य देने के बाद ऋषि पंचमी व्रत कथा सुनकर आरती करें। Rishi Panchami Vrat Puja वाले दिन फलाहार खाकर उपवास रखें। ब्रह्मचर्य का पालन करें।
Rishi Panchami Vrat Udyapan Vidhi: ऋषि पंचमी व्रत का उद्यापन कैसे करें? जानें पूजा विधि और नियम
स्त्रियों में माहवारी का समय समाप्त होने पर अर्थात वृद्धावस्था के बाद ऋषि पंचमी व्रत का उद्यापन किया जाता हैं। ऋषि पंचमी उद्यापन में ऊपर दी गई Rishi Panchami Vrat Puja करने के बाद सात ब्रह्मणों को सप्त ऋषि का रूप मान उन्हें भोजन खिलाना चाहिए व अपने इच्छानुसार दान देना चाहिए।

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