WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Siddhidatri Stotra Lyrics in Sanskrit & Hindi | नवरात्रि नौवां दिन (नवमी): मां सिद्धिदात्री स्तोत्र, पढ़ें संपूर्ण पाठ, अर्थ और चमत्कारी लाभ

Siddhidatri Stotra Lyrics in Sanskrit & Hindi | नवरात्रि नौवां दिन (नवमी): मां सिद्धिदात्री स्तोत्र, पढ़ें संपूर्ण पाठ, अर्थ और चमत्कारी लाभ मां दुर्गा अपने नौवें स्वरूप में सिद्धिदात्री के नाम से जानी जाती है। आदि शक्ति भगवती का नवम् रूप सिद्धिदात्रीहै, जिनकी चार भुजाएं हैं। उनका आसन कमल है। दाहिने और नीचे वाले हाथ में चक्र, ऊपर वाले हाथ में गदा, बाई ओर से नीचे वाले हाथ में शंख और ऊपर वाले हाथ में कमल पुष्प है, यह भगवती का स्वरूप है, इस स्वरूप की ही हम आराधना करते हैं।

Maa Siddhidatri Stotram (Navratri Day 9): Full Text with Hindi Meaning & Benefits: नवरात्रि के नौवें दिन जरुर पढ़ें 8 सिद्धियों का वरदान देगा यह दिव्य स्तोत्र, पढ़ें मां सिद्धिदात्री का पाठ

हमारी वेबसाइट FreeUpay.in (फ्री उपाय.इन) में रोजाना आने वाले व्रत त्यौहार की जानकारी के अलावा मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, साधना, व्रत कथा, ज्योतिष उपाय, लाल किताब उपाय, स्तोत्र आदि महत्वपूर्ण जानकारी उबलब्ध करवाई जाएगी सभी जानकारी का अपडेट पाने के लिए दिए गये हमारे WhatsApp Group Link (व्हात्सप्प ग्रुप लिंक) क्लिक करके Join (ज्वाइन) कर सकते हैं।

हर समस्या का फ्री उपाय (Free Upay) जानने के लिए हमारे WhatsApp Channel (व्हात्सप्प चैनल) से जुड़ें: यहां क्लिक करें (Click Here)

Siddhidatri Stotra
Siddhidatri Stotra

🕉️ इस सिद्धिदात्री स्तोत्र, 9 दिनों की पूजा का संपूर्ण फल दिलाएगा यह शक्तिशाली स्तोत्र | Siddhidatri Stotra PDF Download| Navratri Day 9

👉 नवरात्रि हवन विधि (घर पर): संपूर्ण सामग्री, मंत्र और सरल विधि

👉 नवरात्रि कन्या पूजन विधि: संपूर्ण सामग्री, भोग और नियम

👉 नवरात्रि नौवां दिन (महानवमी): मां सिद्धिदात्री की व्रत कथा, पूजा विधि और मंत्र

👉 महानवमी पूजा (नवरात्रि 9वां दिन): मां सिद्धिदात्री की संपूर्ण पूजा विधि, हवन, कन्या पूजन और मंत्र (2025)

👉 नवरात्रि नौवां दिन (नवमी): मां सिद्धिदात्री के सभी मंत्र, अर्थ और जाप विधि

माँ सिद्धिदात्री देवी स्तोत्र | Siddhidatri Stotra Lyrics in Hindi

!! ध्यान !!

वन्दे वंाछितमनरोरार्थेचन्द्रार्घकृतशेखराम्।

कमलस्थिताचतुर्भुजासिद्धि यशस्वनीम्॥

स्वर्णावर्णानिर्वाणचक्रस्थितानवम् दुर्गा त्रिनेत्राम।

शंख, चक्र, गदा पदमधरा सिद्धिदात्रीभजेम्॥

पटाम्बरपरिधानांसुहास्यानानालंकारभूषिताम्।

मंजीर, हार केयूर, किंकिणिरत्नकुण्डलमण्डिताम्॥

प्रफुल्ल वदनापल्लवाधराकांत कपोलापीनपयोधराम्।

कमनीयांलावण्यांक्षीणकटिंनिम्ननाभिंनितम्बनीम्॥

!! स्तोत्र !!

कंचनाभा शंखचक्रगदामधरामुकुटोज्वलां।

स्मेरमुखीशिवपत्नीसिद्धिदात्रीनमोअस्तुते॥

पटाम्बरपरिधानांनानालंकारभूषितां।

नलिनस्थितांपलिनाक्षींसिद्धिदात्रीनमोअस्तुते॥

परमानंदमयीदेवि परब्रह्म परमात्मा।

परमशक्ति,परमभक्तिसिद्धिदात्रीनमोअस्तुते॥

विश्वकतींविश्वभर्तीविश्वहतींविश्वप्रीता।

विश्वíचताविश्वतीतासिद्धिदात्रीनमोअस्तुते॥

भुक्तिमुक्तिकारणीभक्तकष्टनिवारिणी।

भवसागर तारिणी सिद्धिदात्रीनमोअस्तुते।।

धर्माथकामप्रदायिनीमहामोह विनाशिनी।

मोक्षदायिनीसिद्धिदात्रीसिद्धिदात्रीनमोअस्तुते॥

Benefits of Siddhidatri Stotra

विशेष: भगवती सिद्धिदात्रीका ध्यान, स्तोत्र, कवच का पाठ करने से निर्वाण चक्र जाग्रत होता है जिससे ऋद्धि, सिद्धि की प्राप्ति होती है। कार्यो में चले आ रहे व्यवधान समाप्त हो जाते हैं। कामनाओं की पूर्ति होती है।

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Call Us Now
WhatsApp
We use cookies in order to give you the best possible experience on our website. By continuing to use this site, you agree to our use of cookies.
Accept