जानें नरक चतुर्दशी का महत्व और कथा Choti Diwali Ka Mahatva 2025 नरक चतुर्दशी को काली चौदस, रूप चौदस, छोटी दीवाली या नरक निवारण चतुर्दशी आदि के नाम से भी जाना जाता है। नरक चतुर्दशी का उसत्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन बनाया जाता हैं। यह दीपावली के पांच दिवसीय महोत्सव का दूसरा दिन है ! हिन्दू पुराणों की कथा के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ने कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि को नरकासुर नाम के असुर का वध किया। नरकासुर ने 16 हजार कन्याओं को बंदी बना रखा था। नरकासुर का वध करके श्री कृष्ण ने कन्याओं को बंधन मुक्त करवाया।
छोटी दिवाली का महत्व 2025: जानें इसे क्यों कहते हैं नरक चतुर्दशी | Choti Diwali 2025: Significance, Story, and Traditions
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छोटी दिवाली का महत्व: कथा, पूजा व परंपराएँ 2025 | Chhoti Diwali Significance: Meaning, Story & Rituals
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छोटी दिवाली कब है? 2025 | Narak Chaturdashi & Choti Diwali Date 2025
👉 इस साल 2025 में नरक चतुर्दशी / छोटी दिवाली अक्टूबर महीने की 19 तारीख, वार रविवार को मनाई जाएगी।
छोटी दिवाली हनुमान जयंती | Narak Chaturdashi & Choti Diwali Hanuman Jaynati
➤ हमारे हिन्दू मान्यता के अनुसार नरक चतुर्दशी के दिन श्री हनुमान जयंती भी बनाई जाती हैं। वाल्मीकि जी ने रामायण में कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चौदस तिथि के दिन श्री हनुमान जी ने माता अंजना के गर्भ से जन्म लिया था ऐसा उल्लेख मिलता हैं। इसलिए इस दिन व्यक्ति अपने दुखों से मुक्ति पाने के लिए श्री हनुमान जी की भक्ति करते हैं, और श्री हनुमान चालीसा, हनुमानअष्टक और सुन्दरकाण्ड आदि का पाठ करते हैं। इस प्रकार हमारे देश में श्री हनुमान जयंती 2 बार बनाई जाती हैं। एक बार चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि और दूसरी बार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चौदस के दिन बनाई जाती हैं।
नरक चतुर्दशी यानि छोटी दिवाली | Significance of Narak Chaturdashi 2025 | Why We Celebrate Choti Diwali
👉 नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता हैं। नरक चतुर्दशी यानि छोटी दिवाली को दिवाली से एक पहले बनाया जाता हैं। इस दिन दीप दान करते हैं और अपने मकान के मुख्य दवार पर दीपक लगाये जाते हैं। इस वजह से इसे छोटी दिवाली भी कहते हैं।

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