Nag Panchami Ke Upay – संतान सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि पाने के लिए नाग पंचमी के करें ये खास उपाय यंहा हम आपको नाग पंचमी के उपाय बताने जा रहे है यह सब उपाय आपको नाग पंचमी वाले दिन से शुरू करने या उसी दिन ही करने होगे हमारे द्वारा बताये जा रहे Nag Panchami Ke Upay की जानकारी देने जा रहे हैं इस उपाय को करने से राहु ग्रह से होने वाली समस्या व परेशानी से आपको निजात मिलेगा और उसे द्वारा हो रही परेशानी दूर हो जाएगी।
Nag Panchami Ke Jyotish Upay – दुर्भाग्य और संकट से छुटकारा पाने के टोटके
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भय से मुक्ति Nag Panchami Ke Upay
उपाय: 1 आप नागपंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करके आप अपनी कुण्डलिनी शक्ति को जाग्रत कर सकते है। यदि हम Nag Panchami Ke Upay के अनुसार इस दिन कुण्डलिनी शक्ति को जाग्रत करने के लिए कोई सा भी उपाय करते है वह और दिनों की तुलना में नाग पंचमी के दिन ज्यादा असर देता है। Nag Panchami Ke Upay के अनुसार ऐसा करने से आप किसी भी भय व बाधा से बड़ी आसानी से निवारण पा सकते है।
उपाय: 2 आपको नाग पंचमी के दिन सुबह जल्दी जग कर नित्य कर्म से निवृत होकर भगवान शिव जी के मंदिर में जाये ! और वंहा जाकर जल में थोडा कच्चा दूध मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें। उसके बाद वंहा बैठकर “नम: शिवाय” मंत्र की एक माला का जाप करें ! इसके बाद अपने घर पर आकर किसी धातु से बना हुआ नाग ले या आप एक सफ़ेद कागज पर नाग का चित्र बना लें ! उसके बाद सिंदूर से रंगे हुए चावल पर स्थापित कर दें और नाग के सामने एक पात्र में दूध रख दें।
उसके बाद नाग देवता को ध्यान करते हुए सिंदूर लगाये व् खुद भी तिलक करें। और प्रार्थना करें की मेरा समस्त भय व् बाधा समाप्त कर दें। उसके बाद नीचे दिए गये मंत्र का 27, 54 या 108 बार जाप करें। उसके बाद वापस से “ॐ नम: शिवाय” मंत्र की एक माला का जाप करें। Nag Panchami Ke Upay के अनुसार ऐसा करने से आपके शत्रु आपके सामने निर्बल होने लग जायेगें। व आपका सारा भय व बाधा समाप्त हो जाएगी ! पूजन के बाद रखा हुआ दूध आप प्रसाद के रूप में ग्रहण कर लें।
मंत्र: जरत्कारूर्जगद्गौरी मनसा सिद्धयोगिनी।
वैष्णवी नागभगिनी शैवी नागेश्वरी तथा ।।
जरत्कारूप्रिया स्तीकमाता विषहरेति च।
महाज्ञानयुता चैव सा देवी विश्वपूजिता।।
द्वादशैतानि नमानि पूजाकाले तु यः पठेत्।
तस्य नागभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत्।।
संतान प्राप्ति Nag Panchami Ke Upay
नागपंचमी के दिन आप नाग देव की विधि पूर्वक पूजा अर्चना करके नाग पंचमी के शाम के समय भगवन शिव का ध्यान करते हुए दिए गये मंत्र का जाप 51 बार करें। Nag Panchami Ke Upay के अनुसार ऐसा आपको नागपंचमी से लेकर सात दिन तक लगातार करना होता है। Nag Panchami Ke Upay के अनुसार ऐसा करने से आपको संतान की प्राप्ति होती है व यह उपाय आप अपनी संतान की रक्षा के लिए भी कर सकते है।
मंत्र : अनन्तं वासुकिं शेषं पùनाभं च कम्बलम्।
शंखपालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा।।
एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम्।
संतान प्राप्यते संतान रक्षा तथा।
सर्वबाधा नास्ति सर्वत्र सिद्धि भवेत्।।
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कालसर्प दोष निवारण Nag Panchami Ke Upay
- जिस भी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है वह Nag Panchami Ke Upay के अनुसार जातक नागपंचमी वाले दिन श्रेष्ठ मुहूर्त में किसी बहती हुई या पवित्र नदी के पास जाकर अपने इष्टदेव को याद करते हुए गाय का दूध प्रवाहित कर दें। उसके बाद अपने इष्ट देव से कालसर्प दोष से हो रही परेशानी से मुक्ति पाने की प्रार्थना करें व वही बैठकर नव नाग स्तोत्र का पाठ करें। Nag Panchami Ke Upay के अनुसार ऐसा करने से जातक को कालसर्प से हो रही परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी।
- जिस भी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष है वह जातक Nag Panchami Ke Upay के अनुसार इस दिन नित्य कर्म से निवृत होकर साफ़ कपडे पहकर शुभ मुहूर्त में भगवान शिव जी के मंदिर में जाएँ ! उसके बाद शिवलिंग का गाय के दूध से अभिषेक करें ! और बेलपत्र आदि अर्पित करें। फिर तांबे या चांदी से बने हुए नाग व् नागिन को प्राण प्रतिष्ठित कर शिवलिंग पर चढ़ा दें ! उसके बाद वही बैठकर 11 माला “ॐ नम: शिवाय” की करें और साथ में नव नाग स्तोत्र का पाठ करें। इसके बाद उस प्राण प्रतिष्ठित नाग नागिन को बहते हुए जल में बहा दें। Nag Panchami Ke Upay के अनुसार ऐसा करने से कालसर्प दोष से हो रही परेशानी से मुक्ति मिल जाएगी।

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