WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

पितृ दोष शांति के लिए यह चमत्कारी पितृ स्तोत्र | Pitru Stotra Lyrics, Meaning & Powerful Benefits

पितृ दोष शांति के लिए यह चमत्कारी पितृ स्तोत्र | Pitru Stotra Lyrics, Meaning & Powerful Benefits जिस भी जातकों के जन्मकुंडली में पितृ दोष है तो आपको Pitra Stotra का पाठ करना बहुत लाभकारी व हितकारी होगा। पितृ स्तोत्र का पाठ हमें श्राद्ध पक्ष या फिर हम अपने पितरो की पुण्य तिथि पर ब्राह्मण को भोजन करवाते समय Pitra Stotra का पाठ किया जाना चाहिये।

यही आप पितृ दोष के कारन परेशान चल रहे हो या आपको कार्य में रुकावट आ रही हो तो पितृ स्तोत्र का हर दिन पाठ मात्र करने से आप पितृ दोष में कमी ला सकते है इसका पाठ हर रोज कीजिये। यदि आप हर दिन 11 बार Pitra Stotra पाठ करते हो तो यह विशेष रूप से बहुत जल्द असर दिखाता हैं।

पितरों की शांति और मोक्ष के लिए पढ़ें यह दिव्य पितृ स्तोत्र | A Powerful Stotra to Remove Pitru Dosh & Gain Ancestors’ Blessings

हमारी वेबसाइट FreeUpay.in (फ्री उपाय.इन) में रोजाना आने वाले व्रत त्यौहार की जानकारी के अलावा मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, साधना, व्रत कथा, ज्योतिष उपाय, लाल किताब उपाय, स्तोत्र आदि महत्वपूर्ण जानकारी उबलब्ध करवाई जाएगी सभी जानकारी का अपडेट पाने के लिए दिए गये हमारे WhatsApp Group Link (व्हात्सप्प ग्रुप लिंक) क्लिक करके Join (ज्वाइन) कर सकते हैं।

हर समस्या का फ्री उपाय (Free Upay) जानने के लिए हमारे WhatsApp Channel (व्हात्सप्प चैनल) से जुड़ें: यहां क्लिक करें (Click Here)

Pitru Stotra
Pitru Stotra

यह स्तोत्र हर पितृ दोष को खत्म कर देगा: पढ़ें श्री पितृ स्तोत्रम् How to Chant Pitru Stotra during Pitru Paksha PDF & Lyrics)

अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् । 

नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम्।।

इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा । 

सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् ।।

मन्वादीनां च नेतार: सूर्याचन्दमसोस्तथा । 

तान् नमस्यामहं सर्वान् पितृनप्युदधावपि ।।

नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा । 

द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि:।।

देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान् । 

अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येहं कृताञ्जलि: ।।

प्रजापते: कश्पाय सोमाय वरुणाय च । 

योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि: ।।

नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु ।

 स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ।। 

सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा । 

नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ।।

अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् । 

अग्रीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत: ।।

ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्रिमूर्तय:। 

जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण: ।।

तेभ्योखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतामनस:। 

नमो नमो नमस्तेस्तु प्रसीदन्तु स्वधाभुज ।।

👉 श्री पितृ सूक्तम् (PDF) | Pitru Suktam Lyrics, Meaning & Powerful Benefits

👉 पितृ दोष से मुक्ति के लिए चमत्कारी पितृ रक्षा कवच | Pitra Kavach Lyrics, Meaning & Powerful Benefits

👉 पितृ दोष से मुक्ति का चमत्कारी मंत्र | Pitra Dosh Mantra with Benefits & PDF

👉 पितृ पक्ष 2025 कब से शुरू है? जानें श्राद्ध की पूरी लिस्ट, Purnima से Amavasya तक

👉 घर पर श्राद्ध कैसे करें? जानें तर्पण और पिंड दान की संपूर्ण विधि

Benefits Of Pitru Stotra 2025

जिस भी जातकों के जन्मकुंडली में पितृ दोष है तो आपको पितृ स्तोत्र का पाठ करना बहुत लाभकारी व हितकारी होगा पितृ स्तोत्र का पाठ हमें श्राद्ध पक्ष या फिर हम अपने पितरो की पुण्य तिथि पर ब्राह्मण को भोजन करवाते समय पितृ स्तोत्र का पाठ किया जाना चाहिये यही आप पितृ दोष के कारन परेशान चल रहे हो या आपको कार्य में रुकावट आ रही हो तो पितृ स्तोत्र का हर दिन पाठ मात्र करने से आप पितृ दोष में कमी ला सकते है इसका पाठ हर रोज कीजिये यदि आप हर दिन 11 बार पितृ स्तोत्र पाठ करते हो तो यह विशेष रूप से बहुत जल्द असर दिखाता हैं सीताराम हनुमान।

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Call Us Now
WhatsApp
We use cookies in order to give you the best possible experience on our website. By continuing to use this site, you agree to our use of cookies.
Accept