वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Varaha Stuti (After Rescuing Earth) – Lyrics & Meaning: वराह स्तुति (पृथ्वी उद्धार) – कथा, अर्थ व PDF

Varaha Stuti (After Rescuing Earth) – Lyrics & Meaning: वराह स्तुति (पृथ्वी उद्धार) – कथा, अर्थ व PDF वराह स्तुति भगवान श्री विष्णु जी को समर्पित हैं। भगवान श्री विष्णु जी का ही वराह अवतार हैं। भगवान श्री विष्णु जी ने वराह अवतार लेकर पृथ्वी की रक्षा की थी। कूर्म पुराण के पूर्वभाग षष्ठोऽध्याय में ऋर्षिगणों द्वारा पृथ्वी के उद्धार के लिए भगवान् श्री वाराह की सुंदर स्तुति का वर्णन किया गया है। Varaha Stuti का नित्य पाठ करने से जातक के जीवन में कभी भी चोरों आदि का भय नहीं रहता हैं।

Powerful Varaha Stuti for Land, Property, Vastu Issues, Protection & Success – Lyrics & Benefits: श्री वराह स्तुति – शक्तिशाली श्लोक, अर्थ और लाभ (PDF)

हमारी वेबसाइट FreeUpay.in (फ्री उपाय.इन) में रोजाना आने वाले व्रत त्यौहार की जानकारी के अलावा मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, साधना, व्रत कथा, ज्योतिष उपाय, लाल किताब उपाय, स्तोत्र आदि महत्वपूर्ण जानकारी उबलब्ध करवाई जाएगी सभी जानकारी का अपडेट पाने के लिए दिए गये हमारे WhatsApp Group Link (व्हात्सप्प ग्रुप लिंक) क्लिक करके Join (ज्वाइन) कर सकते हैं।

हर समस्या का फ्री उपाय (Free Upay) जानने के लिए हमारे WhatsApp Channel (व्हात्सप्प चैनल) से जुड़ें: यहां क्लिक करें (Click Here)

Varaha Stuti

ऋषय ऊचुः ।

नमस्ते देवदेवाय ब्रह्मणे परमेष्ठिने ।

पुरुषाय पुराणाय शाश्वताय जयाय च ।। ६.११

नमः स्वयंभुवे तुभ्यं स्त्रष्ट्रे सर्वार्थवेदिने ।

नमो हिरण्यगर्भाय वेधसे परमात्मने ।। ६.१२

नमस्ते वासुदेवाय विष्णवे विश्वयोनये ।

नारायणाय देवाय देवानां हितकारिणे ।। ६.१३

नमोऽस्तु ते चतुर्वक्त्रे शार्ङ्गचक्रासिधारिणे ।

सर्वभूतात्मभूताय कूटस्थाय नमो नमः ।। ६.१४

नमो वेदरहस्याय नमस्ते वेदयोनये ।

नमो बुद्धाय शुद्धाय नमस्ते ज्ञानरूपिणे ।। ६.१५

नमोऽस्त्वानन्दरूपाय साक्षिणे जगतां नमः ।

अनन्तायाप्रमेयाय कार्याय करणाय च ।। ६.१६

नमस्ते पञ्चभूताय पञ्चभूतात्मने नमः ।

नमो मूलप्रकृतये मायारूपाय ते नमः ।। ६.१७

नमोऽस्तु ते वराहाय नमस्ते मत्स्यरूपिणे ।

नमो योगाधिगम्याय नमः सकर्षणाय ते ।। ६.१८

नमस्त्रिमूर्तये तुभ्यं त्रिधाम्ने दिव्यतेजसे ।

नमः सिद्धाय पूज्याय गुणत्रयविभागिने ।। ६.१९

तमोऽस्त्वादित्यवर्णाय नमस्ते पद्मयोनये ।

नमोऽमूर्त्ताय मूर्ताय माधवाय नमो नमः ।। ६.२०

त्वयैव सृष्टमखिलं त्वय्येव लयमेष्यति ।

पालयैतज्जगत् सर्वं त्राता त्वं शरणं गतिः ।। ६.२१

श्रीकूर्मपुराणे षट्साहस्त्र्यां संहितायां पूर्वविभागे षष्ठोऽध्यायः।।६।।

Varaha Stotram – Lyrics & Meaning: वराह स्तोत्रम् – कथा, अर्थ व PDF

Varaha Panchakam – Lyrics, Meaning & Benefits: श्री वराह पञ्चकम् – अर्थ, लिरिक्स व PDF

Powerful Varaha Kavacham for Divine Protection – Lyrics & Meaning: श्री वराह कवचम्: दिव्य सुरक्षा और विजय के लिए (अर्थ, लाभ व PDF)

Varaha Ashtottara Shatanama (108 Names) – Lyrics & Meaning: श्री वराह अष्टोत्तर शतनाम (वराह के 108 नाम) – अर्थ, लाभ व PDF

Varaha Ashtottara Shatanamavali Stotram (108 Names) – Lyrics & Meaning: श्री वराह अष्टोत्तर शतनामावली स्तोत्रम् (वराह के 108 नाम) – अर्थ, लाभ व PDF

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Call Us Now
WhatsApp
We use cookies in order to give you the best possible experience on our website. By continuing to use this site, you agree to our use of cookies.
Accept
Privacy Policy