वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Shivling Ke Prakar : Kaisi Shivling Ki Puja Kare : जानें शिवलिंग के प्रकार

Shivling Ke Prakar : जानें शिवलिंग के प्रकार लिंग पुराण के अनुसार लिंग प्रतीक या चिन्ह है। जिसके मूल से ब्रह्मा, मध्य में विष्णु और ऊपर महेश का वास है व इसकी वेदी जलहरी में सरस्वती, लक्ष्मी व पार्वती देवियाँ स्थित है। यंहा हम आपके लिए कुछ विशेष जानकारी लेकर आयें। आप वैसे तो सब व्यक्ति मंदिर में जाकर शिवलिंग पर अभिषेक करते है। पर क्या आप जानते हो की शिवलिंग भी बहुत प्रकार के होते है जिनका अपना अपना महत्व होता है। यदि आप किसी विशेष कार्य के लिए भगवान शिव जी की पूजा अर्चना करने की सोच रहे हो तो उसके लिए कैसे शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए यह सब बातें इस पोस्ट के माध्यम से पता लगा सकोगें।

शिवलिंग के प्रकार || Shivling Ke Prakar

Shivling Ke Prakar
Shivling Ke Prakar
  • मिश्री यानि चीनी के बने शिवलिंग कि पूजा करने से जातक के सब रोगो का नाश होता है।
  • सोंढ, मिर्च, पीपल के चूर्ण में नमक मिलाकर बने शिवलिंग कि पूजा करने से जातक किसी को भी वशीकरण और अभिचार कर्म कर सकता है।
  • फूलों से बने शिवलिंग कि पूजा करने से जातक को भूमि-भवन की प्राप्ति होती है।
  • जौं, गेहुं, चावल तीनो का एक समान भाग में मिश्रण कर आटे के बने शिवलिंग कि पूजा से परिवार में सुख समृद्धि एवं संतान का लाभ होकर रोग से रक्षा होती हैं।
  • यदि आप अपने फल वाटिका में किसी भी फल को शिवलिंग के समान पूजा करने से फलवाटिका में अधिक उत्तम फलों की प्राप्ति होती है।
  • यज्ञ यानि हवन की भस्म से बने हुए शिवलिंग कि पूजा करने से जातक को अभीष्ट सिद्धियां प्राप्ति होती है।
  • बाँस के अंकुर को शिवलिंग के समान काटकर पूजा करने से जातक की वंश वृद्धि होती है।
  • दही को कपडे में बांधकर निचोड़ देने के पश्चात उससे जो शिवलिंग बनता हैं उसकी पूजा करने से जातक को समस्त सुख एवं धन कि प्राप्ति होती हैं।
  • गुड़ से बने शिवलिंग में अन्न चिपकाकर शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा करने से जातक को कृषि उत्पादन में वृद्धि होती हैं।
  • आंवले से बने शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से जातक को मुक्ति की प्राप्ति होती हैं।
  • कपूर से बने शिवलिंग की पूजा करने से जातक को आध्यात्मिक उन्नति प्रदत एवं मुक्ति प्रदत होती है।
  • दुर्वा को शिवलिंग के आकार में गूंथकर उसकी पूजा करने से जातक को अकाल-मृत्यु का भय दूर हो जाता हैं।
  • स्फटिक के शिवलिंग (Sphatik Shivling) की पूजा करने से जातक को सभी अभीष्ट मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ होता है।
  • मोती के बने शिवलिंग (Moti Ke Shivling) की पूजा करने से स्त्री के सौभाग्य में वृद्धि होती है।
  • स्वर्ण निर्मित शिवलिंग (Sone Ke Shivling) की पूजा करने से जातक को समस्त सुख-समृद्धि कि वृद्धि होती हैं।
  • चांदी के बने शिवलिंग का पूजन करने से जातक को धन-धान्य की वृद्धि होती है।
  • पीपल कि लकडी से बने शिवलिंग की पूजा करने से जातक का दरिद्रता का निवारण होता है।
  • लहसुनिया से बने शिवलिंग की पूजा करने से जातक के शत्रुओं का नाश करके विजय प्रदत होता हैं।
  • बिबर के मिट्टी के बने शिवलिंग की पूजा करने से जातक को विषैले प्राणियों से रक्षा करता है।
  • पारद शिवलिंग (Parad Shivling) का अभिषेक सर्वोत्कृष्ट माना गया है।घर में पारद शिवलिंग सौभाग्य, शान्ति, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए अत्यधिक सौभाग्यशाली है। दुकान, ऑफिस व फैक्टरी में व्यापारी को बढाऩे के लिए पारद शिवलिंग का पूजन एक अचूक उपाय है। शिवलिंग के मात्र दर्शन ही सौभाग्यशाली होता है। इसके लिए किसी प्राणप्रतिष्ठा की आवश्कता नहीं हैं। पर इसके ज्यादा लाभ उठाने के लिए पूजन विधिक्त की जानी चाहिए।
  • कस्तूरी और चंदन से बना शिवलिंग की पूजा करने से शिवकृपा, शांति व जीवन में सफलता देता है।
  • भीगे तिल को पीस कर बनाया गया शिवलिंग की पूजा करने से जातक की अभिलाषा पूर्ति करता है।
  • किसी से प्रेम बढ़ाने के लिए गुड़ की डली से बनाकर शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।
  • सुख शांति की प्राप्ति के लिए खांड शक्कर की चाशनी से बने शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।
  • नवनीत को अथवा वृक्षों के पत्तों को पीसकर बनाया गया Shivling स्त्री के लिए सौभाग्य दाता होता है।
  • दूर्वा को शिव लिंग आकार गूंथ कर उस की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है।
  • नीलम से बने शिवलिंग का पूजन सिद्धि देता है।
  • पीतल का शिवलिंग दरिद्रता का निवारण करता है।
  • बादल के समान श्याम रंग का शिवलिंग की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है ।
  • कमलगट्टे के बराबर शिव लिंग या जामुन के फल के बराबर शिव लिंग गृहस्थ के घर में रख कर पूजा के लिए श्रेष्ठ माना गया है। 
  • पीले रंग का, श्वेत नीले रंग का संतरे के समान रंग वाला शिवलिंग भी श्रेष्ठ माना जाता है किंतु जिसमें अनेक रंग हो उसे नहीं लिया जाना चाहिए।
  • हरताल त्रिकटु के लवण से निर्मित शिवलिंग वंशीकरण हेतु प्रयुक्त होता है।
  • स्वच्छ कपीतवर्ण के गौबर से निर्मित शिवलिंग ऐश्वर्या हेतु प्रयुक्त होता है।
  • पीतल व कांसे से निर्मित शिवलिंग मुक्ति हेतु प्रयुक्त होता है।
  • सीसे निर्माण शिव लिंग शत्रु नाश हेतु प्रयुक्त होते हैं।
  • अष्ट धातु से निर्मित शिवलिंग सर्व सिद्धि वृद्धि हेतु प्रयुक्त होता है ।
  • अष्ट लोह धातु से निर्मित शिवलिंग कष्टनाशक होता है ।
  • केशो से निर्मित शिवलिंग सर्व शत्रु नाशक होता है।
  • बहुत बड़ा, बहुत पतला, बहुत छोटा जिस पर धारियां हो ऐसा लिंग भी पूजा के लिए उपयुक्त नहीं होता है ।
  • सीता खंडमय से निर्मित शिवलिंग आरोप गया लाभ हेतु प्रयुक्त होता है ।

वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

Call Us Now
WhatsApp
We use cookies in order to give you the best possible experience on our website. By continuing to use this site, you agree to our use of cookies.
Accept
Privacy Policy