Om Namah Shivaya Mantra : ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करने की विधि और इसके अद्भुत चमत्कार की बारे में यहां जानें ॐ नमः शिवाय मंत्र जप एक ऐसा उपाय है जिससे सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो सकती हैं। हमारे हिंदू धर्म के शास्त्रों में मंत्रों को शक्तिशाली और चमत्कारी बताया गया है। हम यहां आपको हिंदु धर्म के सबसे शक्तिशाली और प्रभावी मंत्र का अर्थ, उनका जाप करने से होने वाले फायदे और लाभ के बारें में जानकारी देने जा रहे हैं।
शिवपुराण के अनुसार ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का का नित्य जप करने से साधक अपनी सारी मनोकामनाएं पूरी कर सकता हैं। वैसे तो सभी प्रकार के मंत्र अपना-अपना प्रभाव रखते हैं। आज हम आपको बताएंगे की भगवान शिव के पंचाक्षर मंत्र “ॐ नमः शिवाय” के बारे में सभी प्रकार की जानकारी देने जा रहे हैं।
Om Namah Shivaya Mantra का अर्थ
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र एक महामंत्र है। यह भगवान शिव का पंचाक्षर मंत्र कहा जाता हैं। केवल इस मंत्र का नियमित जाप करने से आप अपने जीवन के सभी क्षेत्र में सफल हो सकते हैं। शिव पुराण में ॐ नमः शिवाय मंत्र को पंचाक्षर मंत्र भी कहा गया है। शिव पुराण के अनुसार “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का अर्थ है। घृणा, तृष्णा, स्वार्थ, लोभ, ईर्ष्या, काम, कोध्र, मोह, माया और मद से रहित होकर प्रेम और आनन्द से परिपूर्ण होकर परमात्मा का सानिध्य प्राप्त होता हैं।
Om Namah Shivaya Mantra का जप करने का समय
वेद पुराणों में इस चमत्कारी मंत्र का जप करने का कोई खास समय निर्धारित नहीं है। इस ॐ नमः शिवाय मंत्र को जब चाहे तब जप कर सकते हैं।
Om Namah Shivaya Mantra जपने की विधि
- इस मंत्र का जाप प्रत्येक दिन रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए।
- इस मंत्र का जाप एक दिन में कम से कम 108 बार करना चाहिए।
- इस मंत्र का हमेशा जाप पूर्व या उत्तर दिशामुखी होकर करना चाहिए।
- यदि आप किसी पवित्र नदी के किनारे पर शिवलिंग की स्थापना करके उसका पूजन करने के बाद इस मंत्र का जाप करने से उत्तम फल की प्राप्ति होती हैं।
- इसके अलावा आप इस मंत्र का जाप किसी पर्वत या शांत वन में भी कर सकते हैं। साथ ही इस पंचाक्षर मंत्र का जाप किसी भी शिवालय या फिर अपने घर में भी कर सकते हैं।
- इस मंत्र का जाप हमेशा योग मुद्रा में बैठकर ही करना चाहिए।
Om Namah Shivaya Mantra का जाप करने का नियम
इस मंत्र को गुरू से प्राप्त करें। इस मंत्र जब ज्यादा असरदार और मंगलकारी बनता है। देवालय, तीर्थ या घर में शांत जगह पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें। पंचाक्षरी मंत्र यानी नम शिवाय के आगे हमेशा “ॐ” लगाकर ही जप करें। किसी भी हिंदू माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी पहले दिन से कृष्ण पक्ष की चतुर्थदशी तक इस मंत्र का जाप करें। पंचाक्षरी मंत्र की अवधि में व्यक्ति खानपान, वाणी, और इंद्रियों पर पूरा सयंम रखें। गुरू, पति और माता पिता के प्रति सेवाभाव रखें। हिंदू पंचांग के अनुसार इस ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप सावन और भाद्रपद माह में करना बहुत शुभ और मनोरथ की पूर्ति करने वाला माना गया है।
Om Namah Shivaya Mantra के फायदे
- ॐ नमः शिवाय मंत्र का नियमित जाप करने से मनुष्य को महाकाल की असीम कृपा होने लगती है।
- इस मंत्र का जप करने से साधक को धन की प्राप्ति होती है।
- ॐ नमः शिवाय मंत्र के नियमित जाप से शत्रुओं पर विजय की प्राप्ति होती है।
- जिस साधक को संतान संबधित परेशान आ रही हो तो ॐ नमः शिवाय मंत्र के जाप करने से यह समस्या दूर हो जाती हैं।
- इस मंत्र के नियमित जाप से करने से साधक के सभी प्रकार के कष्ट, संकट और दुख दूर हो जाते हैं।
वैदिक उपाय और 30 साल फलादेश के साथ जन्म कुंडली बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े
10 वर्ष के उपाय के साथ अपनी लाल किताब की जन्मपत्री बनवाए केवल 500/- रूपये में: पूरी जानकारी यहां पढ़े