
Shri Hanuman Puja Vidhi : इस विधि से करें हनुमान जी की पूजा हम आपको आज श्री हनुमान जी की सरल पूजन विधि बताने जा रहे है। आप हमारे द्वारा बताये गये श्री हनुमान जी की पूजन विधि से श्री हनुमान जी को खुश कर सकते है व अपनी मनोकामना पूरी करवा सकते हैं। यह विधि से आप हर दिन अपने नित्य कर्म से निवृत होकर Shri Hanuman Puja Vidhi में भी कर सकते हैं। यदि आप हर दिन पूजा नही कर सकते तो शनिवार और मंगलवार के दिन कर सकते है। पूजन करते समय शरीर, कपडे, बोल और आचरण की पवित्रता का खास ध्यान रखें।
श्री हनुमान पूजा सामग्री
देव मूर्ति के स्नान के लिए तांबे का पात्र, तांबे का लोटा, जल का कलश, दूध, देव मूर्ति को अर्पित किए जाने वाले वस्त्र व आभूषण, सिंदूर, दीपक, तेल, रुई, धूपबत्ती, फूल, चावल, प्रसाद के लिए फल, मिठाई, नारियल, पंचामृत, सूखे मेवे, शक्कर, पान, दक्षिणा।
श्री हनुमान पूजा सकंल्प विधि
Shri Hanuman Puja शुरू करने से पहले सकंल्प लें। संकल्प करने से पहले हाथों में जल, फूल व चावल लें। सकंल्प में जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। अब हाथों में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें।
Shri Hanuman Puja Vidhi : संकल्प कैसे लें
जैसे आप 19/11/2017 को श्री हनुमान जी का पूजन किया जाना है। तो इस प्रकार संकल्प लें। मैं (अपना स्वयं का नाम बोलें) विक्रम संवत् 2074 को, मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को, अनुराधा नक्षत्र में, भारत देश के राजस्थान राज्य के जयपुर में अपने स्वयं के घर (जंहा आप पूजन कर रहे हो उस स्थान का नाम लें) में इस मनोकामना से (अपनी मनोकामना बोलें) Shri Hanuman Puja कर रहा हूं।
श्री हनुमान पूजा विधि
श्री हनुमान जी का पूजन करते समय सबसे पहले कंबल या ऊन के आसन (संभव हो सके तो लाल रंग का) पर पूर्व दिशा व उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं। सर्वप्रथम भगवान श्री गणेश जी का पूजन करें। श्री गणेश जी को स्नान कराकर उन्हें वस्त्र अर्पित करें। गंध, पुष्प, धूप, दीप, अक्षत से पूजन करें। उसके बाद अब Shri Hanuman Puja करें। पहले श्री हनुमान जी को पंचामृत व जल से स्नान कराएं। उन्हें वस्त्र अर्पित करें। वस्त्रों के बाद आभूषण पहनाएं। अब पुष्पमाला पहनाएं। अब तिलक करें।
“ऊँ ऐं हनुमते रामदूताय नमः” मंत्र का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी को सिंदूर का तिलक लगाएं। अब धूप व दीप अर्पित करें। फूल अर्पित करें। श्रद्धानुसार घी या तेल का दीपक लगाएं। इसके पश्चात अपने हाथ में चावल व फूल लें व इस Shri Hanuman Puja Mantra का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी का ध्यान करें।
श्री हनुमान पूजा ध्यान मंत्र
अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यं।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।।
ऊँ हनुमते नम: ध्यानार्थे पुष्पाणि सर्मपयामि।।
मंत्र उच्चारण करने के बाद हाथ में लिया हुआ चावल व फूल श्री हनुमान जी को अर्पित कर दें। इसके बाद हाथ में फूल लेकर इस Shri Hanuman Puja Mantra का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी का आवाह्न करें एवं उन फूलों को हनुमानजी को अर्पित कर दें।
हनुमान जी का आवाहन मंत्र
उद्यत्कोट्यर्कसंकाशं जगत्प्रक्षोभकारकम्।
श्रीरामड्घ्रिध्याननिष्ठं सुग्रीवप्रमुखार्चितम्।।
विन्नासयन्तं नादेन राक्षसान् मारुतिं भजेत्।।
ऊँ हनुमते नम: आवाहनार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।।
नीचे लिखे Shri Hanuman Puja Mantra का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी को आसन अर्पित करें (आसन के लिए कमल अथवा गुलाब का फूल अर्पित करें) अथवा चावल या पत्ते आदि का भी उपयोग हो सकता है।
हनुमान जी का आसन मंत्र
तप्तकांचनवर्णाभं मुक्तामणिविराजितम्।
अमलं कमलं दिव्यमासनं प्रतिगृह्यताम्।।
इसके बाद इन मंत्रों का उच्चारण करते हुए श्री हनुमानजी के सामने किसी बर्तन अथवा भूमि पर तीन बार जल छोड़ें !
हनुमान पूजा मंत्र
ऊँ हनुमते नम:,
पाद्यं समर्पयामि।।
अध्र्यं समर्पयामि।
आचमनीयं समर्पयामि।।
इसके बाद श्री हनुमानजी को गंध, सिंदूर, कुंकुम, चावल, फूल व हार अर्पित करें।
अब इस Hanuman Puja Mantra का उच्चारण करते हुए श्री हनुमान जी को धूप-दीप दिखाएं :
मंत्र:
साज्यं च वर्तिसंयुक्तं वह्निना योजितं मया।
दीपं गृहाण देवेश त्रैलोक्यतिमिरापहम्।।
भक्त्या दीपं प्रयच्छामि देवाय परमात्मने।।
त्राहि मां निरयाद् घोराद् दीपज्योतिर्नमोस्तु ते।।
ऊँ हनुमते नम:, दीपं दर्शयामि।।
इसके बाद केले के पत्ते पर या किसी कटोरी में पान के पत्ते के ऊपर प्रसाद रखें और श्री हनुमानजी को अर्पित कर दें तत्पश्चात ऋतुफल अर्पित करें। ( प्रसाद में चूरमा, भीगे हुएचने या गुड़ चढ़ाना उत्तम रहता है। )
इसके बाद एक थाली में कर्पूर एवं घी का दीपक जलाकर श्री हनुमानजी की आरती करें। इस प्रकार पूजन करने से हनुमानजी अति प्रसन्न होते हैं तथा साधक की हर मनोकामना पूरी करते हैं।
दिए गये Hanuman Puja Mantra को पढ़कर श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें:
मंत्र:
ॐ बलसिद्धिकराय नम:
ॐ वज्रकायाय नम:
ॐ महावीराय नम:
ॐ रक्षोविध्वंसकाराय नम:
ॐ सर्वरोगहराय नम:
विशेष : मंत्र जप (“ऊँ ऐं हनुमते रामदूताय नमः” मंत्र का जाप कर सकते है यदि आपको कोई श्री हनुमान जी का मंत्र नहीं पता हो तो ) के बाद यथासंभव श्री हनुमान चालीसा पाठ का पाठ करें। श्री हनुमान की दीप और कपूर से आरती करें। आरती के पश्चात् परिक्रमा करें ! पूजा, मंत्र जप और आरती के दौरान हुए जाने-अनजाने दोषों के लिए क्षमा प्रार्थना कर सारी परेशानियों और चिंतामुक्ति के लिए कामना करें।
नोट : बताई गई Shri Hanuman Puja आप मंगलवार के दिन इस विधि से कर सकते हैं।
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