Bhagwan Shiv Ko Prasan Kaise Kare : Bhagwan Shiv Ko Khush Kaise Kare : भगवान शिव को प्रसन्न कैसे करे आज हम आपके लिए महादेव यानि की भगवान शिव जी को प्रसन्न के उपाय बताने जा रहे है। इन उपाय को यदि आप विशेष रूप से सावन के महीने में करते है तो भगवान शिव जी की आपके ऊपर विशेष कृपा होने लगती है। वैसे बताये गये उपाय को आप कभी भी कर सकते है पर सावन के महीने में और सोमवार के दिन विशेष रूप से भगवान शिव जी की पूजा अर्चना की जाती है।
इसलिए दिए गये उपाय को आप सावन के महीने या सोमवार के में करते है तो बहुत जल्द भगवान शिव जी आपके ऊपर प्रसन्न हो जाते है जिससे आप अपनी कोई भी मनोकामना पूरी कर सकते है। जिससे आप भी बताये गये उपाय को करके भगवान शिव जी की कृपा प्राप्त कर सकोंगे।
भगवान शिव को प्रसन्न कैसे करे || Bhagwan Shiv Ko Prasan Kaise Kare
क्यों प्रिय है भगवान शिव को बेलपत्र
यह तो आप सब जानते है की भगवान शिव को बेलपत्र अधिक प्रिय लगता है क्युकी माँ लक्ष्मी जी बेलपत्र का रूप धारण करके शिवलिंग को अपनी छाया प्रदान करती थीं। इसलिए इस बात से खुश होकर भगवान शिव जी ने माँ लक्ष्मी जी से कहा कि बेलवृक्ष की जड़ों में मेरा निवास स्थान होगा और यह मुझे अतिप्रिय होगा। और जब कालकूट विष पी जाने के बाद भगवान शिवजी के मस्तिष्क को शांत करने के लिए सभी देवी देवताओं ने उन्हें जल से नहलाया। और उसके बाद बेलपत्र उनके सिर पर रखे। क्योंकि बेलपत्र की तासीर ठंडी होती है इसलिए भगवान शिवजी को जल के साथ बेलपत्र अतिप्रिय है। इसलिए Bhagwan Shiv Ko Prasan के लिए केवल बेलपत्र काफी हैं।
बेलपत्र अर्पित करते समय रखें यह ध्यान
क्या आप जानते है की केवल बेलवृक्ष के दर्शन, स्पर्श व प्रणाम करने से हमें पुण्य मिल जाता है। कभी भी शिवलिंग पर भूलवश भी खंडित बेलपत्र नही अर्पित करना चाहिए। केवल बेलपत्र चढाने से शिवलोग की प्राप्ति हो जाती है। हमें बेलपत्र हमेशा उल्टा अर्पित करना चाहिए यानी की पत्ते का चिकना भाग शिवलिंग को स्पर्श करना चाहिए। बेलपत्र में चक्र या वज्र नहीं होना चाहिए यानि की बेलवृक्ष पर कीड़ों द्वारा बनाए सफेद चिन्ह को चक्र व बेलपत्र के डंठल के मोटे भाग को वज्र कहते हैं।
3 से 11 पत्ते तक के बेलपत्र होते हैं। जितने अधिक पत्रों के बेलपत्र होगे उतना ही व्यक्ति को उत्तम फल की प्राप्ति होती है। शिवलिंग पर बेलवृक्ष चढ़ाते व अर्पित करते समय नीचे दिए गये मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। मंत्र : त्रिद्लं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रिधायुतम्। त्रिजन्मं पापसंहारम् एक बिल्व शिव अर्पिन ।। यदि जिस भी जातक को मंत्र याद नही रह सकता है या भूल जाए तो “ॐ नम: शिवाय” मंत्र का उच्चारण करते हुए चढ़ा सकते है।
जिस भी व्यक्ति को बेलपत्र नही मिल पते हो तो वह व्यक्ति चांदी से बना हुआ बेलपत्र चढ़ा सकता है। जिसे वह रोजाना शुद्धजल व गंगाजल से धोकर शिवलिंग पर पुनः अर्पण भी कर सकता है। बेलवृक्ष की जड़ों में शिव जी का वास होता है इसलिए बेलवृक्ष की जड़ में गंगाजल अर्पण करने का भी बड़ा महत्व है।
बेलपत्र कब नहीं तोड़ना चाहिए
कुछ विशेष दिनों में बेलपत्र को नही तोडना चाहिए यह बात वैसे हमने पिछली पोस्ट में बता चुके है फिर भी एक बार फिर से आपको बताने जा रहे है। चतुर्थी, अमावस्या, अष्टमी, नवमी, चौदस, संक्रांति तिथि व सोमवार वार को बिल्वपत्र तोडना नही चाहिए।
यंहा हम आपको कुछ छोटे छोटे उपाय बताने जा रहे है जिन्हें आप सावन के महीने में या किसी भी सोमवार के दिन या रोजाना करके लाभ उठा सकते है बस आपको अपने पास वाले मंदिर में जाकर एक लोटा जल चढ़ा कर नीचे दिए गये समस्या के अनुसार सामग्री चढ़ाये।
- धन प्राप्ति के लिए : शिवलिंग पर चावल चढ़ाने चाहिए।
- पापों का नाश करने के लिए : शिवलिंग पर तिल चढ़ाने चाहिए।
- सुख में प्राप्ति के लिए : शिवलिंग पर जौ चढ़ाने चाहिए।
- संतान वृद्धि के लिए : शिवलिंग पर गेहूं चढ़ाने चाहिए।
- दिमाग तेज़ करने के लिए : शक्कर मिला दूध शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- आनन्द प्राप्ति के लिए : गन्ने का रस शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- भोग व मोक्ष प्राप्ति के लिए : गंगा जल शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- टीबी रोग के लिए : शहद शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- शारीरिक कमजोरी दूर करने के लिए : गाय का शुद्ध घी शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- मोक्ष की प्राप्ति के लिए : लाल व सफेद आंकड़े के फूल शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- वाहन सुख के लिए : चमेली का फूल शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- भगवान विष्णु का प्रिय बनने के लिए : अलसी के फूलों को शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।
- मोक्ष प्राप्ति के लिए : शमी वृक्ष के पत्तों से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- सुंदर व सुशील पत्नी प्राप्ति के लिए : बेला के फूल से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- घर में कभी अन्न की कमी दूर करने के लिए : जूही के फूल से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- नए वस्त्र प्राप्ति के लिए : कनेर के फूलों से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- सुख-सम्पत्ति में वृद्धि के लिए : हरसिंगार के फूलों से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- सुयोग्य पुत्र के लिए : धतूरे के फूल से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए। वैसे लाल डंठलवाला धतूरा शिव पूजन में शुभ माना गया है।
- आयु वृद्धि के लिए : दूर्वा से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।
- बुखार उतरवाने के लिए : शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए।
- मनोकामनाएं पूरी करने के लिए : सावन महीने में रोजना 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से “ऊं नम: शिवाय” लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
- परेशानी दूर करने के लिए : यदि आपके घर में कोई परेशानी चल रही हो तो सावन के महीने में रोजना सुबह अपने घर में गोमूत्र का छिड़काव करके गुग्गुल की धूप देनी चाहिए।
- विवाह ( शादी ) की परेशानी दूर करने के लिए : यदि आपके विवाह में कोई परेशानी आ रही हो तो सावन के महीने में रोजना शिवलिंग पर केसर मिला हुआ कच्चा दूध चढ़ाये।
- सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए : सुख-समृद्धि प्राप्ति के लिए सावन के पुरे महीने रोजाना नंदी ( बैल ) को हरा चारा खिलाएं।
- पितरों की शांति के लिए : पितरों की शांति के लिए सावन के पुरे महीने रोजाना गरीबों को भोजन करना चाहिए।
- मानसिक शांति के लिए : किसी भी पास वाले शिव मंदिर में जाकर जल से शिवलिंग का “ॐ नम: शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करें उसके बाद काले तिल अर्पित करें और वही पर बैठकर “ॐ नम: शिवाय” मंत्र की एक माला का जाप करें।
- धन प्राप्ति के लिए : धन प्राप्ति के लिए सावन के पुरे महीने रोजाना किसी नदी या तालाब जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलायें।
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